Raksha Bandhan 2025 भारतीय संस्कृति और हमारे समाज का हिस्सा है श्रावण माह के पूर्णिमा को रक्षाबंधन मनाया जाता है रक्षाबंधन भाई और बहन की स्नेह का प्रतीक है रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाई को कच्चा सुत या सोना चांदी उसके हाथ के कलाई पर बांधती है और टीका भी लगती है उसके लंबी उम्र की भी भगवान से प्रार्थना करती है।
इतिहास और पौराणिक कथाएं
श्री कृष्णा और द्रौपदी की कथा
महाभारत के समय में एक बार भगवान श्री कृष्ण का उंगली कट गया था तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली में बाध दिया था इसी कारण गौरव ने जब चीर हरण किया था द्रोपदी का तब भगवान श्री कृष्ण ने उनकी रक्षा किया था rakhi भाई और बहन के बीच स्नेहा और प्यार को भी दर्शाता है।
यह और यमुना की कथा
बहुत समय बाद यम अपनी बहन यमुना जी से मिलने गए यमुना जी ने उन्हें rakhi बांधी और उनके लंबी उम्र की भी कामना किया उसके बदले में यम भगवान ने उन्हें अमृता का वरदान दिया रक्षाबंधन पर हर भाई अपनी बहन को जीवन भर सुरक्षा देने का वचन भी देता है।
Sawan kab हैं जाने पूरी जानकारी
Raksha Bandhan 2025 मुहूर्त
रक्षाबंधन का तिथि 11 अगस्त 2025 को है इस दिन रक्षाबंधन का बाधने शुभ मुहूर्त सुबह 6:06 बजे से शाम 5:59 तक रहेगा यह मुहूर्त काफी शुभ है पूर्णिमा तिथि 10 अगस्त से रात 9:33 बजे से शुरू है 11 अगस्त रात 7:11 बजे तक रहेगा कमाल की बात यह है कि रक्षाबंधन 2025 में भद्राकाल नहीं है
FAQS Question
सबसे पहले rakhi किसने बांधी थी?
माता लक्ष्मी ने सबसे पहले राजा बलि को बाधि थी ।
रक्षाबंधन किसका प्रतीक है?
Raksha Bandhan भाई और बहन के बिच का प्यार और स्नेह प्रतीक है।
रक्षाबंधन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Raksha Bandhan का मुख्य उद्देश्य भाई और बहन के रिश्ते को मजबूत करना हैं।
रक्षा बंधन का क्या अर्थ है?
रक्षा का अर्थ है सुरक्षा और बंधन का अर्थ है बंधना इसलिए लोग इसे सुरक्षा का बंधन भि बोल सकते हैं।