हेलो दोस्तों आज की इस ब्लॉक पोस्ट में हम Purnahuti mantra बारे में विस्तार से जानेंगे और समझेंगे यहां एक वैदिक मंत्र है इसका उपयोग हम शादी विवाह या अन्य शुभ अवसर के अंत में करते हैं लोग यह भी कहते हैं कि इस मंत्र के उच्चारण से वातावरण भी शुद्ध रहता है
हवन मंत्र इन संस्कृत
ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदम् पूर्णात् पूर्णमुदच्यते।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
Purnahuti in hindi
ईश्वर हमेशा पूर्ण है भगवान ने दुनिया बनाया फिर भी उनको किसी भी चीज की कोई कमी नहीं आया यहां सब उस पूर्णया से आया और हमें भी उसे पूर्णया का हिस्सा बना लिया यही सोच मन शरीर आत्मा को शांति लाता है।
Purnahuti मंत्र क्या हैं
लोग इसे उपनिषद का शांति मंत्र भी कहते हैं इसका मतलब यह होता है कि ईश्वर पूर्ण है हम इस ईश्वर के अंश है इसलिए हमें संतोष और सपूर्णता का अनुभव करना चाहिए हमें किसी भी प्रकार ईष्या और व्देश और लालच नहीं करना चाहिए।
Benefits of purnahuti mantra
- इस मंत्र के उच्चारण से हमें मानसिक शांति जैसे मन में तनाव और अशांति कम करती है।
- वातावरण में शुद्धता लाती यह मंत्र।
- मन को स्थिर करता है और ध्यान को एक ही जगह केंद्रित करता है।
- हमें अच्छे विचार और शुभकामना की प्रेरणा मिलता है ।
- इस मंत्र के उच्चारण से क्रोध भी काम आता है।
Purnahuti मंत्र का महत्व
हमारे समाज में इस मंत्र का महत्व है हमें यह बताता है कि ईश्वर पूर्ण है मतलब उन्हें किसी भी प्रकार का कोई कमी नहीं है इस मंत्र से हम यह सीख मिलती है कि हमारे जिंदगी में कोई चीज की कमी नहीं होता यह सब ईश्वर की योजना होता है इस मंत्र का उच्चारण यज्ञ के अंतिम आवृत्ति के रूप में लोग बोलते हैं ।